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लिपि, भाव मूलक लिपि और इमोजी

Hindi                  

Explore –Journal of Research

                                    Peer Reviewed Journal

     ISSN 2278–0297 (Print)

                                                                                                ISSN 2278–6414 (Online)

                Vol. XIV No. 2, 2022

© Patna Women’s College, Patna, India

                                                         https://patnawomenscollege.in/explore-journal-of-research/

लिपि, भाव मूलक लिपि और इमोजी

•दीप्ति प्रिया • सोनी कुमारी • भाग्यश्री • दीपा श्रीवास्तव

Received                   : December 2021

Accepted                   :  January 2022

Corresponding Author   : Deepa Srivastava

संकेत-शब्द(Abstract) : मानव द्वारा मनःस्थिति और बिचारों को व्यक्त करने वाले भावपूर्ण संकेत क्रमशः लिपि, अक्षर शब्द, वाक्य और भाषा में रुपांतरित होकर संप्रेषण का माध्यम बने। चित्र तथा चरित्र के द्योतक इमोजी आज भावाभिव्यक्ति के नवीन तथा सर्वाधिक लोकप्रिय माध्यम हैं। जिस प्रकार आचीनकाल में भावों को दर्शाने के लिए चित्रों की मदद ली जाती थी; उसी अकार आज के तकनीकी युग में सामाजिक माध्यमों पर इमोजी का प्रयोग हो रहा है।

जुड़े हुए हाथ; हँसते-मुसकुराते स्माइली; रोते चेहरे. उँगली की मुद्राओं से बनें विजयसूचक चिन्ह, वस्तुओं के चित्र आदि। आज भाव-संप्रेषण के सशक्त माध्यम बनकर उभरे हैं। इनके द्वारा सुखद-दुखद अनुभूतियों को लिपि तथा शब्दों के बिना भी सुगमता से प्रकट किया जा सकता है। इस

परिदृश्य में यह कहना असंयत नहीं होगा कि लिपियों के स्थान पर अब इमोजी के प्रयोग को प्राथमिकता दी जा रही है।

विचार विनिमय की प्रक्रिया को सरलतम तथा स्पष्ट बनाने के कारण ये
आज संप्रेषण की अनिवार्यता बन बुके हैं । प्रेष्णीयता की जो क्रिया अतीत में भावमूलक लिएऐि द्वारा संपादित होती थी; उसका क्रियान्वयन अब इमोजी द्वारा होता है। अतएव इनके अंतर्सबंध से इनकार नहीं किया जा सकता। इमोजी की उत्पत्ति की मूल प्रेरणा शिगेटका कुरिता ने अवश्य भावमूलक लिपि से ली होगी। इस दृष्टि से इमोजी को भावमूलक लिपि का उन्‍नत तथा डिजिटल रूप कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी।

Keywords : लिपि. भावमूलक लिपि, सामाजिक माध्यम इमोजी।

दीप्ति प्रिया
B.A. III year, Hindi (Hons.), Session: 2019-2022,
Patna Women’s College (Autonomous),
Patna University, Patna, Bihar, India

 

सोनी कुमारी
B.A. III year, Hindi (Hons.), Session: 2019-2022,
Patna Women’s College (Autonomous),
Patna University, Patna, Bihar, India

 

भाग्य श्री
B.A. III year, Hindi (Hons.), Session: 2019-2022,
Patna Women’s College (Autonomous),
Patna University, Patna, Bihar, India

 

दीपा श्रीवास्तव

असिस्टेंट प्रोफेसर, हिन्दी विभाग

पटना वीमेन्स कॉलेज, पटना विश्वविद्यालय,

बेली रोड, पटना-800 004, बिहार, भारत

E-mail : deepa.hindi@patnawomenscollege.in